Published: Thu, 14 May 2015 06:39 PM (IST) | Updated: Thu, 14 May 2015 06:40 PM (IST) http://naidunia.jagran.com/
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री राहत कोष में सेना के दान का एक विचित्र मामला सामने आया है। सेना ने कहा है कि उसके किसी भी जवान के वेतन से प्रधानमंत्री राहत कोष में कोई चंदा नहीं दिया गया है। सेना का यह बयान ऐसे समय आया है जब सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने करीब चाह माह पहले प्रधानमंत्री को राहत कोष के लिए सैनिकों की ओर से 100 करोड़ रुपये का चेक सौंपा था।
देहरादून निवासी प्रभु डांड्रियाल ने इसके बारे में सूचना के अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत याचिका दायर की थी। इसके जवाब में सेना के मुख्य जन सूचना अधिकारी (सीपीआईओ) लेफ्टिनेंट कर्नल राजीव गुलेरिया के जवाब से यह वास्तविकता सामने आई है। गुलेरिया के अनुसार, “संबंधित शाखा ने सूचित किया है कि किसी भी सैन्यकर्मी के वेतन से अब तक कोई राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में नहीं दी गई है। इस मुद्दे पर अभी विचार किया जा रहा है।”
प्रधानमंत्री कार्यालय की वेबसाइट पर 67 वें सेना दिवस के कार्यक्रम की तस्वीर है। इसमें सेना प्रमुख सुहाग प्रधानमंत्री को एक चेक सौंपते नजर आते हैं। इसके साथ लिखा है, भारतीय सेना के सभी स्तर के कर्मियों का एक दिन का वेतन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की उपस्थिति में प्रधानमंत्री को सौंपते सुहाग। डांड्रियाल ने अब प्रधानमंत्री कार्यालय को आरटीआई याचिका देकर कर यह जानना चाहा है कि उस 100 करोड़ रुपये के चेक का क्या हुआ, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि सेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री को दिया है।
डांड्रियाल का कहना है कि जब 20 मार्च तक वेतन से कोई राशि नहीं ली गई तो सेना प्रमुख ने किस तरह 100 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा किए? यही कारण है कि मैंने एक अन्य आरटीआई याचिका के जरिये प्रधानमंत्री कार्यालय से स्पष्टीकरण की मांग की है।
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